लखनऊ: 23 अक्टूबर, 2019, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तथा मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन जी ने आज यहां कालीचरण पी0जी0 काॅलेज लखनऊ के नवनिर्मित शताब्दी विस्तार भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर विद्यालय की पत्रिका 'वाणी' का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की ज्ञान की परम्परा आदान-प्रदान की रही है। अच्छे विचारों को अंगीकृत करके ही हम स्वयं को श्रेष्ठ बना सकते हैं। रचनात्मकता ही जीवन है। बीज का मूल स्वरूप में रहना प्रकृति है। उसका नष्ट हो जाना विकृति है और उसका पेड़ बनकर के फल-फूल कर लोक कल्याण के लिए समर्पित हो जाना संस्कृति है। शिक्षा सर्वांगीण विकास का कारक है। समाज और राष्ट्र के निर्माण में शिक्षा की महती भूमिका है। शिक्षा को बढ़ावा देना हमारा सामाजिक दायित्व व नैतिक कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिस इमारत की नींव जितनी गहरी होती है। उसकी इमारत भी उतनी ही मजबूत होती है। 113 वर्ष पुराने इस संस्थान को एक नया जीवन दिया गया है। इस विद्यालय की स्थापना उस काल खण्ड में हुई थी, जिस समय देश आजादी के लिए संघर्ष कर रहा था। इस विद्यालय की नींव एक छोटे से विद्यालय के रूप में प्रारम्भ हुई थी और आज इस विद्यालय ने एक विराट स्वरूप ले लिया है। इसके लिए विद्यालय के पदाधिकारीगण बधाई के पात्र हैं। यह संस्थान अपने संस्थापकों की भावनाओं के अनुरूप आगे भी इसी प्रकार कार्य करता रहेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस विद्यालय से कई विभूतियों ने शिक्षा ग्रहण कर देश व विदेश मंे विद्यालय का नाम रौशन किया। मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टण्डन, साहित्यकार श्री अमृत लाल नागर, प्रो० बैजनाथ पुरी, डाॅ० बी०के० टण्डन, न्यायमूर्ति श्री यू०के० धवन आदि इस संस्थान के पूर्व छात्र रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत सबसे अधिक युवाओं वाला देश है और उसमें भी 35 वर्ष से कम आयु वाले युवाओं में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। इन युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देकर ही हम उन्हें देश और प्रदेश के विकास में सहभागी बना सकते है। इस दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के युवाओं के कौशल विकास व स्टार्टअप योजनाओं के माध्यम से उनकी ऊर्जा के सदुपयोग के लिए प्रभावी कदम उठा रहे हैं।
कालीचरण काॅलेज का इतिहास काफी प्राचीन है: राज्यपाल, मध्य प्रदेश
मुख्यमंत्री तथा मध्य प्रदेश के राज्यपाल ने कालीचरण
पी0जी0 काॅलेज के नवनिर्मित शताब्दी विस्तार भवन का लोकार्पण तथा विद्यालय की पत्रिका 'वाणी' का विमोचन किया.भारत की ज्ञान की परम्परा आदान-प्रदान की रही है.अच्छे विचारों को अंगीकृत करके ही हम स्वयं को श्रेष्ठ बना सकते हैं,शिक्षा को बढ़ावा देना हमारा सामाजिक दायित्व व नैतिक कर्तव्य है,113 वर्ष पुराने इस संस्थान को एक नया जीवन दिया गया है.युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देकर हम उन्हें देश और प्रदेश के विकास में सहभागी बना सकते है.विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्रों को नियमित करने का कार्य किया है,कालीचरण काॅलेज का इतिहास काफी प्राचीन है: राज्यपाल, काॅलेज में अगले वर्ष से रोजगारपरक शिक्षा प्रदान की जाएगी,विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक शिक्षा देकर ही देश का भविष्य बेहतर किया जा सकता है.